वाराणसी में ऐसा रहा हाल ट्रैफिक सिग्नल व्यवस्था शुरू होने के बाद
वाराणसी: चार चौराहों पर शहर में ट्रैफिक सिग्नल की व्यवस्था प्रारंभ हो गई थी। वहीं जेब्रा लाइन नहीं होने के कारण अव्यवस्था दिखाई पड़ रही है। वाहन चालकों को यह बात समझ नहीं आ रही थी कि कहां पर रुकना है और कहां पर आगे बढ़ना है। इस कारण जाम की स्थिति सिगरा चौराहे पर कई बार बनी दिखाई पड़ी। जबकि वहीं ट्रैफिक व्यवस्था में मलदहिया चौराहे और साजन तिराहे पर सिग्नल की वजह से थोड़ा सुधार देखने को मिला है।
ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम का किया गया प्रारंभ
रथयात्रा चौराहे की अगर बात करें तो तकनीकी परेशानियों के कारण पहले ही दिन सिग्नल पांच बजे के लगभग ही बंद करने पड़े एवं लाइट्स फिर से तकरीबन चालीस मिनट बाद शुरू हुईं। इन सबके बीच हर दिन की तरह जाम समस्या शहर के अन्य हिस्सों में बनी रही।
दोपहर 2:30 बजे मलदहिया चौराहे पर एसपी ट्रैफिक सुरेश चंद्र रावत ने लाइट अप करके ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम का प्रारंभ किया। लोगों को पहले दिन सभी संकेतों को समझने में खासी तकलीफ उठानी पड़ी। चौराहे तक कई वाहन चालक रेड लाइट होने पर भी आगे बढ़े चले आ रहे थे। कहां रुकना है यह बात लोग जेब्रा लाइन नहीं होने की वजह से समझ ही नहीं पा रहे थे। इस वजह से पुलिस को इन सबके बीच खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
चारों चौराहों पर लगाए गए है कैमरे
चारों चौराहों पर कैमरे भी लगाए गए है यह बात एसपी ट्रैफिक ने बताई। जिस किसी के द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन किया जायेगा उस इंसान की तस्वीर कैमरे में कैद हो जाएगी एवं चालान उसके घर पहुंचेगा। रथयात्रा चौराहे पर पहले दिन में रेड सिग्नल को 24 लोगों ने क्रास किया। उन्होंने आगे कहा कि पहला दिन होने के कारण काफी परेशानियां सामने आई वही कुछ लोगो के चलन भी किये गए। साथ भी कहा कि ट्रैफिक सिग्नल की आदत अभी यहां पर लोगो को नहीं है।
सिग्नल ऑटोमैटिक अडाप्टिय द्वारा है संचालित
हम आपको बताते चले कि पहले दो-दो मिनट मलदहिया चौराहे पर चारों ओर की टाइमिंग सेट कर दी गयी है। ट्रैफिक ज्यादा होने से फतमान रोड एवं तेलियाबाग रोड की तरफ जाम ज्यादा लग रहा था, वहीं एक मिनट तक लहुराबीर कैंट मार्ग खाली ही रहता था। इस को ध्यान में रखकर टाइमिंग में परिवर्तन कर दिया गया। ग्रीन सिग्नल का टाइम लहुराबीर कैंट मार्ग पर एक मिनट कर बाकी दोनों तरफ का समय बढ़ाकर ट्रैफिक को सुचारु किया गया। 90 सेकेंड की टाइमिंग साजन तिराहे पर दी गयी। अधिकारियों ने बताया कि सिग्नल ऑटोमैटिक अडाप्टिय द्वारा संचालित हैं। सिग्नल अपने आप भीड़ ना रहने पर दूसरे मार्ग को खोल देगा एवं कैमरा गलती करने पर ट्रैस कर लेगा।