काशीवासियों ने दी गंगा आरती के दौरान अटल जी को श्रद्धांजलि
वाराणसी: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन से धार्मिक नगरी काशी पूरी तरह से गमगीन हो गयी है। गंगोत्री सेवा समिति की ओर से दशाश्वमेध घाट पर होने वाली आरती के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। सिर्फ इतना ही नहीं 151 दीयों का दान कर गंगा की लहरों पर उन्हें श्रद्धासुमन भी अर्पित किये गए। मां गंगा से उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर आरती में उपस्थित पर्यटकों ने आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
गंगोत्री सेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष ने रखे विचार
वहीं संस्थापक अध्यक्ष किशोरी रमण दूबे जो कि गंगोत्री सेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष है ने अपनी बातो में बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री के नाम समर्पित की गयी है यह आरती। गंगा आरती के दौरान गंगा सेवा समिति की तरफ से भी पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि दी गयी। पूर्व प्रधानमंत्री की आत्मा की शांति के लिए त्रिदेव मंदिर में भी शोकसभा आयोजित की गई। राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश चंद्र मिश्र की अध्यक्षता में केंद्रीय ब्राह्मण महासभा की तरफ से भी शोकसभा का आयोजन किया गया। गणपति रेजीडेंसी जो कि मंडुवाडीह में स्थित है ने शोकसभा का आयोजन किया। वही पूर्व प्रधानमंत्री को दीपदान, पुष्पांजलि अर्पित कर दो मिनट का मौन रखकर अस्सी घाट पर काशी विकास समिति, रोटरी क्लब, पतवार फाउंडेशन की ओर से भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई।
अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की खबर से गमगीन हुई काशी
जैसे ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की खबर काशीवासियो को हुई वैसे ही पूरी काशी गमगीन हो गई। अटल बिहारी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करने का काम ना सिर्फ भाजपा ने किया बल्कि उनके साथ ही बसपा, सुभासपा, अपना दल (एस), कांग्रेस, सपा सभी नै किया। पूर्व प्रधानमंत्री की हालत नाजुक है यह खबर जब गुरुवार की सुबह लोगों को हुई तो उनके जल्द से जल्द स्वास्थ्य होने की प्रार्थना हवन पूजन और रुद्राभिषेक सहित सारे दिन लोगो ने की। जैसे ही उनके निधन का समाचार शाम को आया हर तरफ मायूसी का माहौल व्यापत हो गया।
अटल बिहारी के आदर्श व्यक्तित्व की हुई चर्चा
भाजपा का क्षेत्रीय कार्यालय में जो की गुलाब बाग में स्थित है वहां पर क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद्र श्रीवास्तव की अध्यक्षता में शोकसभा संपन्न हुई। साथ ही उनके आदर्श व्यक्तित्व और कार्यों की भी चर्चा की गई। विचार व्यक्त करने वालों में शामिल हुए संगठन महामंत्री रत्नाकर, प्रदेश के राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी, राज्यमंत्री अनिल राजभर, प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य, जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर, महापौर मृदुला जायसवाल वा अन्य भी मौजूद रहे।
अपना दल (एस) के ने भी शोक जाहिर किया
वहीं तूफानी सरोज जो की पूर्व सांसद है सपा के उन्होंने भी शोक व्यक्त किया। साथ ही अपनी बातों में अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में कहा कि यह मेरा सौभाग्य रहा है कि मुझे संसद में उनके साथ वक्त बिताने के लिए चार साल मिले। वहीं उनके लिए शोक जताने वालों में सपा के व्यापार सभा के वरिष्ठ नेता शीतला सिंह, प्रदेश महासचिव नंदलाल जायसवाल, मनोज यादव, कमलेश पटेल भी शामिल रहे। वहीं बसपा के सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के महासचिव शशि प्रताप सिंह, उपाध्यक्ष मेराज फारूकी जुग्गन, अजगरा विधायक कैलाश नाथ सोनकर, सेवापुरी विधायक नीलरतन पटेल अपना दल (एस) के ने भी शोक जाहिर किया।
शिक्षकों संग छात्रों ने भी दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सिंह द्वार पर छात्रों ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि सभा की। साथ ही कैंडल जलाकर भावभीनी श्रद्धांजलि भी दी। ठीक इसी प्रकार पूर्व प्रधानमंत्री को विनम्र श्रद्धांजलि काशी विद्यापीठ के छात्रों ने भी मुख्य गेट पर दीपदान कर दी। वहीं आकस्मिक शोकसभा उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य संघ की तरफ से प्रांतीय संयोजक डॉ. विश्वनाथ दुबे की अध्यक्षता में संपन्न हुई। राष्ट्र की अपूरणीय क्षति शोकसभा में पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी के निधन को बताया गया। साथ ही उनको श्रद्धांजलि दो मिनट का मौन रखकर भी दी गई। सभा में शामिल हुए लोगों में महेंद्र प्रताप, विजय शुक्ल, महेश तिवारी भी उपस्थित रहें। दूसरी तरफ 18 अगस्त को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने प्रस्तावित धरना स्थगित कर दिया है।