खुद को अपहरण कर रची 10 लाख की कहानी, वाराणसी पुलिस ने फेरे अरमानो पर पानी
खुद को अपहरण कर माँ बाप से दस लाख की रंगदारी की मांग। वाराणसी पुलिस ने फेरे अरमानो पर पानी। ये कोई फ़िल्मी कहानी नहीं बल्कि बनारस में रहने वाले फूलपुर थानांतर्गत रविंद्र की कहानी है जिसने स्वयं के अपहरण की झूठा षडयंत्र रच माँ बाप से दस लाख की रंगदारी का फ़ोन पर मांग। वाराणसी पुलिस ने इस मामले का भंडाफोड़ करते हुए उपरोक्त व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक बीते 8 मई को फूलपुर थान्तर्गत निवासी मूलचंद का बेटा रविन्द्र अचानक गायब हो गया था जिसके बाबत बुजुर्ग मूलचंद ने अपने बेटे के अपहरण की सूचना फूलपुर पुलिस को दिया। मामले को संदिग्ध मान चल रही वाराणसी पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया लेकिन मामले ने तूल जब पकड़ा जब मूलचंद को दस लाख की फिरौती के लिए धमकी भरा फोन आया।
जब इसकी सुचना पुलिस को दिया गया तो पुलिस द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए ने उस नम्बर को सर्विलांस पर लगाया जिस नम्बर से फिरौती मांगी गई थी, पता चला कि ये नम्बर इलाहाबाद के एक होटल के कर्मचारी का है। जिसके बाद उस नम्बर को ट्रेस करते हुए इलाहाबाद पहुंची इस होटल में पहुंचते ही अपहरण का मामला खुल गया और सामने आयी एक साज़िश, जिसमे फिरौती मंगने वाले ने खुद अपने अपहरण की साज़िश रची और अपने ही पिता से फिरौती की मांग की।
झूठे अपहरण के मामला का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अमित कुमार ने बताया कि अभियुक्त के ऊपर लाखो का कर्ज था, कर्ज़ को चुकाने के लिए अभियुक्त रविन्द्र ने खुद के अपहरण की साज़िश रची थी। अब इसके ऊपर अपहरण के मुकदमा समेत फ्रॉड की भी धाराएं लगा कर जेल भेज रहे हैं। आरोपी ने मीडिया के सामने अपना गुनाह कबूल कर लिया और बताया कि कर्ज़ की वजह से उसने खुद 8 तारीख को मोटर साईकल अपने गांव के बाज़ार में खड़ा किया और वंहा से बनारस आया। इसके बाद इलाहाबाद के होटल में जा कर अपना ठिकाना बना लिया। उसने खुद ही आवाज़ बदल कर अपने पिता को फिरौतो के लिए फोन किया और करीब 25 हज़ार रुपए वसूल भी कर लिए थे।