वाराणसी: दिन भर हेलमेट में नज़र आये चालक, लक्ष्य से ज्यादा का हुआ चालान
वाराणसी: 1 अगस्त के बाद एक बार फिर से 10 अगस्त को हेलमेट की पाबंदी देखने को मिली। शुक्रवार को एक बार फिर पुलिस और यातायात की 28 टीमों ने मिलकर 13221 लोगों का चालान किया इस मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुरेश राव आनंद कुलकर्णी के निर्देशन में एसपी ट्रैफिक के नेतृत्व में शहर में चलता रहा हेलमेट अभियान जिसमें सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनायीं गयी ‘‘सुप्रीम कोर्ट कमेटी आॅन रोड सेफ्टी’ का अनुपालन चलता रहा। सिर्फ इतना ही नहीं जिन लोगों को पकड़ा गया था उनकी यातायात नियमों को लेकर काउंसलिंग भी कराई गई। इस मामले में एसपी ट्रैफिक सुरेश चंद्र रावत ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में 09, जनपद के शहरी क्षेत्र में 15, यातायात पुलिस की 03 एवं वहीं 01 टीम जो की महिला थाने की थी ने लक्ष्य से ज्यादा गाड़ियों का चालान किया है।
लक्ष्य से ज्यादा का हुआ चालान
एसपी ट्रैफिक ने बताया कि हमारी तरफ से सभी टीमों का लक्ष्य 400 – 400 के चालान का रखा गया था जबकि हमारी टीमों ने 11 हज़ार 200 के स्थान पर 13 हजार 221 लोगों का नियम के खिलाफ जाने के लिए चालान करने के साथ ही उनकी काउंसलिंग भी की। इस अभियान के तहत 15 टीमों द्वारा 5897 गाड़ियों का नगर क्षेत्र में लगी पुलिस द्वारा चालान किया गया।
वही इस अभियान के अंदर 15 पुलिस टीमों द्वारा जो की नगर क्षेत्र में गठित की गई है मैनुअल चालान – 1206, 1352 – चस्पा चालान, 2788 – फोटो चालान, 18 – सीज, वाहन से शमनशुल्क 533 से 1 लाख 28 हज़ार 400 वसूल किया गया।
09 पुलिस टीमों द्वारा ग्रामीण क्षेत्र की 840 – मैनुअल चालान, 588 – चस्पा चालान, 1565 – फोटो चालान, 07 – सीज, वाहन से शमनशुल्क 435 से – 78 हज़ार 200 रूपया वसूल किया गया।
03 टीमें जो की यातायात पुलिस द्वारा गठित है उनमें 468 – मैनुअल चालान, 847 – चस्पा चालान 1754 – फोटो चालान, वाहनों से शमनशुल्क 582 से – 1 लाख 38 हज़ार 400 रूपया वसूला किया गया।
महिला थाने की पुलिस टीम से 03 – मैनुअल चालान, 45 – चस्पा चालान, 190 – फोटो चालान, चालान बिना हेलमेट के – 238 का हैं जिनमें 2 पहिया वाहन चलाने वाली महिला चालकों का भी चालन शामिल हैं।
सरकारी ख़ज़ाने में 3 लाख से ज्यादा शमन शुल्क जमा किया
जनपद में लगी 28 टीमों ने 13221 गाड़ियों का चालान किया यह बात एसपी ट्रैफिक ने बताई। जिनमें शमन शुल्क के रूप में 3 लाख 45 हज़ार रूपये वसूल किये गए।