कोरोना मरीजों को लेकर एक विशेष रिपोर्ट

कोरोना मरीजों को लेकर एक विशेष रिपोर्ट

भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया कोरोना महामारी से ग्रसित है। यही कारण है कि ज्यादातर देश अब इसकी वैक्सीन को जल्द से जल्द बना लेना चाहते हैं।

फिलहाल एक अध्ययन के मुताबिक यह जानकारी सामने निकलकर आयी है कि कोरोना के गम्भीर रोगियों में साइटोकिन के उच्चतम स्तर से ज्यादा समय तक प्रतिरक्षा प्रणाली विकसित नहीं हो पाती है।

ऐसे में इन मरीजों के शरीर में वायरस के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता पैदा करने वाली कोशिकाओं का निर्माण बहुत कम होता है। मानव शरीर के भीतर साइटोकिन कोशिकाएं आणविक दूत के तौर पर काम करते हैं।

यह एक प्रकार की प्रोटीन है जो कोशिकाओं द्वारा निर्मित होते हैं। मगर शरीर के भीतर इन कोशिकाओं का अधिक निर्माण या उत्पादन से मानव के शरीर में बीमारी का खतरा बना रहता है।

अमेरिका की हावर्ड यूनिवर्सिटी सहित दूसरे देशों के विज्ञानिकों ने यह दावा किया है कि कोरोना मरीजों के शरीर में बड़ी संख्या में साइटोकिन का निर्माण हो रहा है, जिससे कोरोना के गम्भीर लक्षण पैदा हो सकते हैं।

जर्नल सेल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार साइटोकिन के उच्च स्तर से सूजन बढ़ती है और अगर यह प्रक्रिया जारी रही तो साइटोकिन स्टार्म का निर्माण करता है।.

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Vikas Srivastava