गैंगरेप के बाद जिन्दा जलाया नाबालिक को, विद्रोह करने पर परिजनों को बेरहमी से पीटा

देश अभी कठुआ, उन्नाव, गीता कांड से उभर नहीं पाया है हर दिन दरिंदगी की नयी घटनाये सामने इंसान को सोचने पर मजबूर कर दे रहे की क्या इंसानियत इतनी ख़त्म हो चुकी है, जिस्म की लालच में मानवता भूल दरिंदे में बदल रहे है इंसान।
ऐसी ही एक घटना सामने आयी है जहा नाबालिग से साथ दुष्कर्म कर उसे जिन्दा जलाया, सिलसिला यही पर रुका नहीं मनबढ़ों ने युवती के परिजनों की भी बेरहमी से पीटा।
झारखंड के चतरा जिले में पुलिस अपराध व अपराधियों पर लगाम कसने में नाकाम हो रही है। जिले के ईटखोरी थाना क्षेत्र के राजा तेंदुआ गांव में अपनी दबंगई के नशे में चूर वहशी दरिंदों ने एक नाबालिग को गैंगरेप के बाद जिंदा जला दिया। युवती को जलाने के बाद भी उसका कलेजा ठंडा नहीं पड़ा तो युवती के परिजनों की भी बेरहमी से पिटाई की जिससे वे लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस ने बताया कि पीडि़ता अपने चाचा की शादी मे मशगूल थी। इसी दौरान उसपर गांव के ही चंद वहशी दरिंदों की नजर पड़ी। चार दबंग उस मासूम बच्ची को जबरन उठाकर ले गए और उसके साथ कथित रूप से गैंगरेप किया। इसके विरोध में जब पंचायत बुलाई गई तो खुद को अपमानित महसूस करते हुए उन दबंगों ने घर में घुसकर दिनदहाड़े पीड़ित की जलाकर निर्ममता से हत्या कर दी। इतने से भी जब दिल नहीं भरा तो दबंगों ने पीड़िता सम्मत रविदास व उसकी मां की निर्ममता से पिटाई कर दी।
बेखौफ हो दुराचार उजागर होने के बाद लगायी आग
पीड़ित परिवार के अनुसार गांव के धनू भुइयां ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पीड़िता के साथ गैंगरेप किया। इसी मामले को ले शुक्रवार को ग्रामीणों के सहयोग से गांव में पंचायत बुलाई गई। इस पंचायत में मुखिया तिलेश्वरी देवी व पंचायत समिति सदस्य रंजय रजक समेत ग्रामीण मौजूद थे। पंचायत ने आरोपों को सही मानते हुए आरोपी को पीड़ित परिवार को पचास हजार रुपए हर्जाना व 100 बार उठक-बैठक करने की सजा सुनाई। जिसके बाद खुद को अपमानित महसूस करते हुए आरोपियों ने पहले तो पंचायत का निर्णय मानने से इनकार कर दिया और बाद में अपने साथियों के साथ मिलकर पीड़िता के घर में घुस उसे जलाकर मौत के घाट उतार दिया और परिजनों की जमकर पिटाई की। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। इधर पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी अभियान चला रही है।
मुख्यमंत्री के संज्ञान में आते ही तेजी से कार्यवाही बड़ी
पुलिस उपायुक्त जितेंद्र सिंह ने बताया कि गांव की मुखिया तिलेश्वरी देवी सहित दो लोगों को मामले में गिरफ्तार किया गया है. शुक्रवार देर रात मुख्यमंत्री कार्यालय से बताया गया कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने चतरा की इस घटना की आलोचना कीऔर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री के आदेश के बाद प्रशासन ने एसआईटी का गठन कर आरोपियों की तेजी से तलाश शुरू की और अंतिम सूचना मिलने तक दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था. चतरा के उप कलेक्टर अनवर हुसैन ने बताया कि पीड़िता के परिवार को तत्काल एक लाख रुपये की सहायता राशि दी गई है।