नाबालिक हिन्दू दलित के साथ जबरन धर्म परिवर्तन, गौमांस खिलाने व सामूहिक दुष्कर्म का प्रयास
मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला प्रकाश में आया जिसको सुनकर आपकी मानवता से भरोसा उठ जाएगा।
जरा सोचिये एक तेरह वर्षीया नाबालिग दलित किशोरी को बंधक बना उसका धर्म परिवर्तन करा दुष्कर्म करने की कोशिश व चालीस हज़ार रूपए में एक बुजुर्ग़ को बेचने को आप क्या कहेंगे ?
मेवात के पुन्हाना खंड में तेरह वर्षीया नाबालिग दलित किशोरी के साथ हुए घटना को लेकर बिछौर पुलिस ने लड़की के पिता की शिकायत के आधार पर धर्म परिवर्तन कराने, नमाज पढ़ाने, गोमांस खिलाने, बंधक बनाकर रखने व दुष्कर्म के प्रयास आदि धाराओं के तहत 6 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया। मुख्य आरोपी फरजाना, इस्लाम और ताहिर को गिरफ्तार कर सोमवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
पीड़ित दलित किशोरी का परिवार मूलरूप से राजस्थान के डीग की रहने वाला है। वह परिवार के साथ काफी समय से फरीदाबाद में रह रही है। उसके पिता मजदूर हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले दिनों घर में पानी न भरने को लेकर उसकी मां ने उसे मार लगाई थी, जिससे नाराज किशोरी चार अप्रैल को फरीदाबाद स्थित घर से अचानक लापता हो गई। परिजनों ने फरीदाबाद पुलिस में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
लड़की ने बताया की वह फरीदाबाद से ट्रेन में बैठकर कोसी कलां रेलवे, उत्तर प्रदेश स्टेशन पहुंच गई थी। वहां उसकी मुलाकात पुन्हाना खंड के गांव सिंगार निवासी फरजाना से हुई, जो भोपाल स्थित अपने मायके जाने के लिए कोसी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रही थी। आरोप है कि महिला उसे अपने साथ भोपाल ले गई। महिला 20 अप्रैल को उसे लेकर सिंगार गांव लौट आई, यहां उसका हिंदू नाम बदलकर मुस्लिम कर दिया। लड़की ने आरोप लगाते हुए बताया कि महिला ने उसे गोमांस खिलाया, नमाज पढ़ने पर जोर दिया और उसे 40 हजार में इसलाम जिसका उम्र सत्तर वर्ष है उसको बेचने की कोशिश किया। महिला के देवर ताहिर ने उससे दुष्कर्म का प्रयास किया।
पुलिस ने बताया कि नाबालिग को बरामद कर लिया गया है। आरोपित फरजाना, इस्लाम व ताहिर को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। लड़की का मेडिकल कराया जा रहा है।