कम बजट के कारण रूका गृहमंत्री के पैतृक गांव के चेक डैम की मरम्मत का कार्य

कम बजट के कारण रूका गृहमंत्री के पैतृक गांव के चेक डैम की मरम्मत का कार्य

लगभग आधा दर्जन से अधिक न्याय पंचायतों के जलस्रोत को बनाये रखने के साथ किसानों को जल आपूर्ति कराने वाले भभौरा चेकडैम का कार्य पर्याप्त बजट ना होने के कारण रूक गया है, जिसके कारण एक तरफ तो ग्रामीणों के उपर पेयजल का संकट मंडरा रहा है, वहीं इस भीषण गर्मी में पशुओं को भी प्यास के कारण इधर-उधर भटकना पड़ रहा है।

विदित हो कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पैतृक गांव भभौरा में स्थित चेक डैम पिछले कई महीनों से टूट जाने के कारण उसमें जल संचय नही हो पा रहा था, जिसके कारण गांव के आस-पास के मुजफ्फपुर, भभौरा, रामपुर, रघुनाथपुर, प्रेमापुर में पानी का लेयर नीचे भाग गया था। जिससे ग्रामीणों के उपर पेयजल का संकट मंडराने लगा था। जिसको लेकर ग्राम प्रधान इंजीनियर अवधेश यादव ने जेई को फोन कर अवगत कराया।

बजट कार्य के सापेक्ष कम है इसके लिए और बजट की आवश्यकता होगी।

ग्राम प्रधान ई0 अवधेश यादव द्वारा बताया गया कि चेकडैम के मरम्मत के लिए 2.91 लाख रूपये पास किया गया। जिसमें लेबरों के श्रमांश के साथ मैटिरीयल का खर्चा भी था। बजट अनुसार डैम की नींव 50 सेंटीमीटर व हाइट 1.5 मीटर रखा गया था, जबकि इसके पहले इसकी लंबाई तीन मीटर थी। बताया कि अगर 50 सेंटीमीटर नींव दिया जायेगा तो वह पानी का दबाव नही सह पायेगा, जिससे डैम एक बार फिर टूटने की आशंका बनी रहेगी। इसलिए डैम का नींव हमारे द्वारा 1.5 मी0 रखकर कार्य कराया गया है।

ग्राम प्रधान द्वारा कार्य शुरू कराने के पश्चात् बीडीओ व जेई आरएस को पत्र के माध्यम से बजट कम होने के कारण कार्य पूरा ना कर पाने की असमर्थता जताई। जिसके बाद जेई मोज्जम मौके पर निरीक्षण हेतु पहुंचे। जहां उन्होंने स्वीकार किया कि पास किया गया बजट कार्य के सापेक्ष कम है। जिसके लिए और बजट की आवश्यकता होगी।

इस बाबत ग्राम प्रधान ने बताया कि पर्याप्त बजट ना होने के कारण चेकडैम के निर्माण कार्य को रोक दिया जायेगा। जिसमें सिर्फ दो दिन का कार्य और बाकी है। जितनी जल्दी बजट पास होगा, कार्य उतनी जल्दी पूरा करा लिया जायेगा, अन्यथा बारिश होने के बाद कार्य कराने में परेशानी होगी।

Mithilesh Patel

After completing B.Tech from NIET and MBA from Cardiff University, Mithilesh Patel did Journalism and now he writes as an independent journalist.