क्या आप जानते है कैसे हुयी यू ट्यूब की शुरुवात
यूट्यूब विश्व की बहुप्रसिद्ध वीडियो वेबसाइट है, इस वेबसाइट के जरिये हर उम्र के सदस्य वीडियो क्लिप देखने के साथ ही अपना वीडियो भी अपलोड कर सकता हैं। इसे PAYPAL के तीन पूर्व कर्मचारियों द्वारा 2005 में बनाया गया था जिनके नाम हैं चाड हर्ले, स्टीव चैन और जावेद करीम। यूट्यूब को नवम्बर 2006 में गूगल ने $1.65 बिलियन अमेरिकी डॉलर में खरीद लिया।
यूट्यूब अपने गूगल पंजीकृत सदस्यों को वीडियो अपलोड करने, देखने, शेयर करने, पसंदीदा वीडियो के रूप में जोड़ने, रिपोर्ट करने, टिप्पणी करने और दूसरे सदस्यों के चैनल की सदस्यता लेने देता है।
वीडियो क्लिप, टीवी कार्यक्रम, संगीत वीडियो, फिल्मों के ट्रेलर, कॉमेडी, लाइव स्ट्रीम जैसे टेक्निकल, गेमिंग फैशन आदि आजकल बहुत लोकप्रिय हैं। कुछ वीडियो ब्लॉगर इसे वीडियो ब्लोगिंग के तौर पर प्रयोग करते हैं।
गैर-पंजीकृत सदस्य केवल वीडियो ही देख सकते हैं, वहीं पंजीकृत सदस्य असीमित वीडियो अपलोड कर सकते हैं। कुछ ऐसे वीडियो, जिसमें मानहानि, उत्पीड़न, नग्नता, अपराध करने हेतु प्रेरित करने वाले वीडियो या जो भी 18 वर्ष से कम आयु के लोगों के लिए घातक हो, उन्हें सिर्फ 18+ आयु के पंजीकृत सदस्य ही देख सकते हैं।
गूगल अपने सदस्यों को मॉनेटिज़शन की सूविधा गूगल एडसेंस से उपलब्ध करता है जो साइट के सामग्री और दर्शकों के हिसाब से अपना विज्ञापन दिखाता है। जिससे यूट्यूब सदस्य कमाई भी कर सकते है, इसमें अधिकांश वीडियो मुफ्त में देखा जा सकता है, पर कुछ वीडियो को देखने के लिए पैसे देने पड़ते हैं।
साथ हीं यूट्यूब उधार पर कुछ समय के लिए फिल्म या वीडियो दर्शकों को उपलब्ध भी कराता है, जिसमें यूट्यूब प्रीमियम की सदस्यता भी आप पैसे देकर ले सकते हैं। 9 अक्टूबर 2006 को यह घोषणा की गई कि कंपनी को Google द्वारा 1.65 बिलियन अमेरिकी डॉलर में स्टॉक में खरीदा जाएगा, जो 13 नवंबर को पूरा हो गया था। उस समय का ये Google का दूसरा सबसे बड़ा अधिग्रहण था।
“न्यूज़ बकेट पत्रकारिता कर रहे छात्रों का एक छोटा सा समूह है, जो नियमित मनोरंजन गपशप के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. इसके अलावा विभिन्न त्योहारों और अनुष्ठानों में शामिल सौंदर्य, ज्ञान और अनुग्रह के ज्ञान का प्रसार करते हुए भारतीय समाज के लिए मूल्य का प्रसार करते हैं।”