केन्द्रीय रेल मंत्री का राहुल गाँधी पर पलटवार, नामदार नहीं कामदार हु मै
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा उन पर लगाए गए अपने बिजनसमैन दोस्त को फायदा पहुंचाने के आरोप वाले बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने मंगलवार को पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम और राहुल गांधी पर सीधा हमला बोलते हुए ट्वीट किया कि ‘मैं लॉ टॉपर हूं, पूरे देश में 2nd रैंक का सीए रहा हूं, प्रोफेशनल चार्टड अकाउंटेट भी रहा हूं, इन्वेस्टमेंट बैंकर भी हूं, इसलिए सलाह देने में सक्षम हूं, लेकिन पी चिदंबरम जी, आपके बेटे कार्ति के मामले में कौन सलाहकार है।’ उन्होंने लिखा कि ’26 मई 2014 से पहले जब मैं मंत्री नहीं था, तब बतौर CA और इन्वेस्टमेंट बैंकर कार्यरत था। राहुल गांधी की तरह मुझे बिना काम किए जीने की कला नहीं आती है। मैं एक कामदार हूं, नामदार नहीं’।
I am a law topper, CA 2nd rank all over India, professional Chartered Accountant & investment banker and therefore competent to give consultancy. BTW Mr @PChidambaram_IN who are the consultants in your son @KartiPC's consultancy?
— Piyush Goyal (मोदी का परिवार) (@PiyushGoyal) May 1, 2018
Till 26th May 2014, before I became a Minister, I was a professional Chartered Accountant & investment banker. Unlike you, Mr @RahulGandhi, I have not learnt well the art of living without working. I am also a kaamdaar (worker) and not a naamdaar (dynast)
— Piyush Goyal (मोदी का परिवार) (@PiyushGoyal) May 1, 2018
आपको बता दें कि मंगलवार सुबह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पीयूष गोयल पर तीखा हमला करते हुए और घोटाले का आरोप लगाते हुए उनका इस्तीफा मांगा था। शनिवार को भी एक न्यूज वेबसाइट ने यह खबर प्रकाशित की थी, जिसमें कहा गया था कि गोयल और पीरामल ग्रुप के बीच सौदे से हितों के टकराव का मामला बनता है, क्योंकि रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के दस्तावेजों से यह पता चलता है कि गोयल और उनकी पत्नी के संयुक्त स्वामित्व वाली कंपनी को पीरामल ग्रुप को काफी मुनाफे पर बेचा गया।
Piyush Goyal’s, 48 CR. #FlashNet Scam is about deceit, conflict of interest and greed. The evidence is on the table. Yet, the media will not touch the story.
It is a tragedy for our country when journalists entrusted to stand for the truth, will not speak.#GoyalMustResign pic.twitter.com/WeUaSAT8wg
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 1, 2018
कथित तौर पर यह साल 2014 का मामला है, जब पीयूष गोयल विद्युत राज्य मंत्री थे। हालांकि पीरामल ग्रुप ने भी यह साफ किया है कि इस सौदे में कुछ भी गलत नहीं है और एक स्वतंत्र चार्टर्ड एकाउंटेंट ने फ्लैशनेट इंफो सोल्युशंस प्राइवेट लिमिटेड (जिस कंपनी से मुनाफा कमाने की बात है) का 47।96 करोड़ रुपये का वैल्यूएशन किया था।