संत भय्यूजी महाराज ने खुद काे मारी गोली, आत्महत्या का कारण अस्पष्ट
हमेशा सुर्ख़ियों में रहने वाले हाईप्रोफाइल संत भय्यू महाराज द्वारा खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है| इस घटना से हड़कंप मच गया है| उन्हें बॉम्बे अस्पताल में भर्ती कराया गया, बताया जा रहा है कि अस्पताल लाने से पहले ही उनकी मौत हो गई थी| पुलिस की एफएसएल टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। उधर भय्यू महाराज को गोली लगने की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में उनके अनुयायी बॉम्बे हॉस्पिटल पहुंच गए हैं। उन्होंने दाहिनी कनपटी पर गोली मारी है, इंदौर में सिल्वर स्प्रिंग स्थित घर पर पुलिस ने इसकी पुष्टि की है| उन्होंने अपनी पहली पत्नी की मौत के बाद 2017 में ही दूसरी शादी की थी।
जानकारी के अनुसार भय्यू महाराज ने मंगलवार दोपहर अपने घ्ज्ञर की दूसरी मंजिल पर खुद को गोली मारी। वह पिछले कुछ दिनों से पारिवारिक विवाद के चलते परेशान थे। इस कारण वे अवसाद में भी आ गए थे। माना जा रहा है कि इसीलिए उन्होंने आत्महत्या की। भय्यूजी राजनीति में गहरी पैठ रखते थे। हाल ही में शिवराज सरकार ने उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा भी दिया था। हालांकि उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार के इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया था। उन्होंने कहा था कि संतों के लिए पद का महत्व नहीं होता। उन्होंने कहा था कि हमारे लिए लोगों की सेवा का महत्व है।
भय्यूजी मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में लोगों के बीच जाने-जाते थे, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर उनकी पहचान बनी 2011 दिसंबर में, जब उन्होंने अन्ना और सरकार के बीच बातचीत की भूमिका निभाई और अन्ना का अनशन खत्म कराया। तब महाराष्ट्र के नेता और केंद्रीय मंत्री रहे विलासराव देशमुख के कहने पर भय्यूजी मध्यस्थ बने थे।
मालवा के शुजालपुर प्रांत से निकलकर देश -विदेश में अपनी आध्यात्मिक छवि के लिए पहचाने जाने वाले भय्यू महाराज ने मॉडलिंग के दुनिया से अपना करियर शुरू किया था और उसके बाद उन्होने शोहरत भरी मॉडलिंग की जिंदगी को अलविदा कहकर आध्यात्म के सफर पर चलना तय किया। उनके भक्तों की फेरिस्त में लता मंगेशकर से लेकर महाराष्ट्र की और देश- दुनिया की नामी हस्तियां रही है। जिनमें पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, पीएम नरेंद्र मोदी, शिवसेना के उद्धव ठाकरे और मनसे के राज ठाकरे, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल, फिल्म एक्टर मिलिंद गुणाजी भी शामिल हैं।
कौन हैं भय्यू महाराज
– 1968 को जन्में भय्यू महाराज का असली नाम उदयसिंह देखमुख है। वे शुजालपुर के जमींदार परिवार से ताल्लुक रखते है।
– कभी कपड़ों के एक ब्रांड के लिए ऐड के लिए मॉडलिंग कर चुके भय्यू महाराज अब गृहस्थ संत हैं। सदगुरु दत्त धार्मिक ट्रस्ट उनके ही देखरेख में चलता है।
– उनका मुख्य आश्रम इंदौर के बापट चौराहे पर है। उनकी पत्नी माधवी का दो साल पहले निधन हो चुका है।
– पहली शादी से उनकी एक बेटी कुहू है, जो पुणे में रहकर पढ़ाई कर रही है।
– उन्होंने 30 अप्रैल 2017 को एमपी के शिवपुरी की डॉ. आयुषी के साथ दूसरी शादी की।