स्नान के बाद करे इस मंत्र का जाप, जागेगा आपके कुंडली का राजयोग
आज आपको हम ऐसे मन्त्र के विषय में बताएँगे कि यदि आप इसका जाप स्नान के पश्चात करेंगे तो आपके कुंडली का सोया हुआ राजयोग भी जाग उठेगा और स्वयं काल भी आपके मार्ग से हट जायेगा, महामृत्युंजय मंत्र भगवान शिव का प्रभावशाली मंत्र है। यदि आप रोज सुबह उठते ही स्नान के बाद रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र का जाप 108 बार करते है तो आपका सोया हुआ भाग्य जाग उठेगा। आज हम आपको इस मंत्र से होने वाले विशेष लाभ के विषयो में बताएँगे।
महामृत्युंजय मंत्र
ऊँ त्रयम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनं उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मोक्षिय मामृतात्।
महामृत्युंजय के जाप से दूर होते हैं ये दोष
महामृत्युंजय मंत्र एक सिद्ध मंत्र है और इसका जाप करने से कई दोष दूर हो सकते है। इस मंत्र का जाप करने से मांगलिक दोष, नाड़ी दोष, कालसर्प दोष, बुरी नजर दोष, रोग, दुःस्वप्न, वैवाहिक जीवन की समस्याएं, संतान बाधा जैसे कई समस्याए दूर हो सकते हैं।
महामृत्युजंय मंत्र का जाप करने से मिलते हैं ये शुभ फल
दीर्घायु की होती है प्राप्ति: जिस व्यक्ति को लंबी उम्र पाने की इच्छा हो, उसे नियमित रूप से महामृत्युजंय मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र के प्रभाव से अकाल मृत्यु का भय खत्म हो सकता है।
बने रहेंगे निरोग: यह मंत्र बीमारियों से भी रक्षा करता है। शरीर स्वस्थ रहता है और त्वचा की चमक बढ़ती है।
संतान की प्राप्ति: महामृत्युजंय मंत्र का जाप करने से भगवान शिव की कृपा हमेशा बनी रहती है और हर मनोकामना पूरी होती है। इस मंत्र का रोज जाप करने पर संतान सुख मिल सकता है।
संपत्ति की होगी प्राप्ति: ये मंत्र बहुत ही मंगलदायी है क्योंकि जो व्यक्ति धन-सम्पत्ति पाने की इच्छा रखता है, उसे स्नान के बाद सदैव महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव प्रसन्न रहते हैं।
यश में वृद्धि: इस मंत्र का जाप करने से भक्त समाज में ऊंचा स्थान प्राप्त होता है और मान सम्मान में वृद्धि होती है।