बृहस्पतिवार को करें इस भगवान की पूजा, मनवांछित फल की होगी प्राप्ति
हिंदू धर्म के अनुसार हर भगवान का एक निश्चित दिन होता है, उस दिन उनकी पूजा अर्चना करने से वह प्रसन्न होकर अपनी कृपा बनाए रखते हैं। जैसे बृहस्पतिवार का दिन विष्णु भगवान के व्रत और पूजा के लिए उपयुक्त माना जाता है लेकिन हम में से कई ऐसे लोग होंगे जिनको अभी तक पूजा करने की पूर्ण विधि पता नहीं होगी तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि विष्णु जी की कैसे पूजा अर्चना करके उन्हें प्रसन्न किया जा सकता है।
जानिए क्यों करनी चाहिए भगवान विष्णु की पूजा अर्चना!
पुराणों और ग्रंथों के अनुसार विष्णु जी की पूजा अर्चना करने से धन, विद्या, पुत्र और मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। इसके अलावा यदि बेहतर जीवन साथी और शीघ्र विवाह की चाह हो तो भी विष्णु जी का व्रत रखकर उनकी पूजा अर्चना करना चाहिए।
भगवान विष्णु का पूजा अर्चना करने का सही विधि!
बृहस्पतिवार के दिन सुबह स्नान करने के बाद बृहस्पति यंत्र की स्थापना करके उसका पूजा अर्चना करें। मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु जी पितांबर है और उन्हें पीला रंग बहुत प्रिय है इसलिए उनके पूजन में पीली वस्तुओं का प्रयोग किया जाता है जैसे पीले फूल, चने की दाल, पीली मिठाई, पीले चावल और हल्दी इत्यादि। इसके पश्चात केले के पेड़ की चने की दाल से पूजा किया जाता है, पानी में हल्दी घोलकर केले के पेड़ पर चढ़ाते हैं और चने की दाल और मुनक्के को केले के पेड़ के समक्ष अर्पित करते हैं। अंत में घी का दीपक जलाकर पेड़ की आरती करते हैं।
इसको जरुर पढ़े!
बृहस्पतिवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना तब तक अधूरी मानी जाती है जब तक बृहस्पतिदेव यानी भगवान विष्णु की कथा ना पढ़ी या सुनी जाए। इसके अलावा पूरे दिन उपवास के पश्चात एक बार भोजन करना चाहिए जिसमें पीले रंग के खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए लेकिन याद रखे नमक का प्रयोग निषेध होता है यानि आप के भोजन में नमक की मात्रा बिल्कुल नहीं होनी चाहिए।