ऐसे करें मंगलवार को बजरंगबली का पूजा-अर्चना, सारे कष्ट हो जाएंगे दूर
मंगलवार का दिन बजरंगबली का दिन माना जाता है इस दिन भगवान हनुमान की पूजा-अर्चना की जाती है जिससे श्रद्धालुओं के कष्ट दूर होते हैं। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार हनुमान जी भगवान शिव के 11वें रुद्र अवतार माने जाते हैं, भक्तों में वह सबसे बलवान और बुद्धिमान के रूप में प्रचलित है।
भगवान हनुमान के जन्म का समय
जानकारों के गणना के अनुसार बजरंगबली का जन्म 1 करोड़ 85 लाख 58 हजार 112 वर्ष पहले चैत्र पूर्णिमा को मंगलवार के दिन चित्रा नक्षत्र व मेष लग्न के योग में सुबह 6.03 बजे भारत देश में वर्तमान झारखंड राज्य के गुमला जिले के आंजन नाम के छोटे से पहाड़ी गांव की एक गुफा में हुआ था।
प्रभु राम और मां सीता के प्रिय हनुमान
महाकाव्य रामायण में श्रीराम के सेवक बने बजरंगबली का चरित्र बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। रामायण के अनुसार भगवान हनुमान श्री राम और मां जानकी के अत्यधिक प्रिय माने जाते हैं, संसार में जिन सात देव रूपों को अमरत्व का वरदान प्राप्त हुआ उन में से हनुमान भी एक हैं। बजरंगबली के पराक्रम की अनगिनत गाथाएं इस संसार में प्रचलित है कि इन्होंने कैसे भगवान राम और सुग्रीव की मित्रता कराई और फिर वानर सेना के मदद से प्रभु श्रीराम ने लंकापति रावण का मर्दन किया।
ऐसे किया जाता है मंगलवार को बजरंगबली का पूजा अर्चना
वैसे तो अलग-अलग भक्तों के पूजा अर्चना करने का तरीका भिन्न होता है परंतु ज्ञानी और पंडितों के अनुसार वाल्मीकि रामायण का सुंदरकांड हनुमान जी के पूजा अर्चना का एक अहम हिस्सा होता है। इसके पश्चात ‘ऊं श्री हनुमते नमः‘ मंत्र का उच्चारण करने से भक्तों को लाभ होता है।